टैक्स सेविंग फंड : टैक्स सेविंग के मामले में Tax saver elss fund क्यों सर्वश्रेष्ठ हैं? बढ़िया रिटर्न पाने की वो कौन से चीजें हैं, जिनका ध्यान elss fund में निवेश करते वक्त रखा जाना चाहिए। इस लेख में हम जानेंगे वो सभी बातें।
ईएलएसएस यानी इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स बचाने का एक बेहद अच्छा जरिया है। 80सी के तहत टैक्सपेयर्स के लिए इनकम टैक्स बचाने का काम आसान नहीं होता क्योंकि उनके सामने ढेरों विकल्प मौजूद होते हैं।
बहुत से निवेशक टैक्स बचाने के नाम पर आनन-फानन में इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद लेते हैं। कुछ लोग बैंक एफडी में फिक्स डिपाजिट के नाम पर सेविंग कर लेते हैं। निवेेेेश का यह तरीका बहुुत लाभकारी नहीं है।
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ईएलएसएस फंड के क्या लाभ हैं ?
ईएलएसएस फंड : Income Tax के सेक्शन 80सी के तहत एक फाइनेंशियल ईयर में 1.5 लाख रुपए के निवेश से टैक्स बचाया जा सकता है।
आप जानते हैं कि सालाना आमदनी के अनुसार हर कमाऊ व्यक्ति अलग अलग टैक्स ब्रेकैट में आते हैं। इसलिए हर कमाऊ व्यक्ति हर साल न्यूनतम 46,800 रुपए की टैक्स सेविंग का बेनेफिट का लाभ ले सकता है।
इसमें एजुकेशन सेस भी शामिल है। चाहे वह अधिकतम 30 प्रतिशत टैक्स ब्रेकैट में ही क्यों न आता हो।
ELSS fund kya hai
मार्केट से जुड़े निवेशों की बात आते ही इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम ELSS fund का नाम सबसे ऊपर आता है। म्युचुअल फंड की ELSS scheme में निवेशित पैसों का बड़ा हिस्सा अलग-अलग कंपनियों में लगता है।
किस तरह की कंपनी में कितना और कब निवेश किया जाएगा, इसका फैसला संबंधित एसेट मेनैजमेंट कंपनी का फंड मैनेजर करता है। फंड मैनेजर अपनी टीम की सलाह पर निवेश के फैसले लेता है।
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टैक्स सेविंग फंड में निवेश क्यों है Best?
1-100% एक्सपोजर इक्विटी में !
टैक्स सेविंग फंड में न्यूनतम 80 प्रतिशत एक्सपोजर इक्विटी में किया जाता है। इनमें लार्जकैप, मिडकैप और स्मालकैप स्टॉक्स शामिल हैं। आमतौर पर बाकी निवेश मार्केट के सुरक्षित साधनों में भी किया जा सकता है।
निवेश की रणनीति ईएलएसएस फंड की एएमसी और फंड मैनेजर के बनाए पोर्टफोलियो के हिसाब से तय होता है। टैक्स सेविंग फंड में 100 प्रतिशत रकम इक्विटी में निवेश करने की स्वतंत्रता होती है।
2-सबसे कम 3 साल का लॉक इन पीरियड
टैक्स सेविंग फंड के निवेश में 3 साल का लॉक इन पीरियड होता है। मिलने वाले रिटर्न के हिसाब से इसे सबसे कम अवधि कहा जा सकता है। अमूमन बैंक एफडी में 5 साल का लॉक इन पीरियड होता है।
लॉक इन का मतलब होता है कि elss fund में निवेशित रकम को 3 साल तक कतई नहीं निकाला जा सकता। यानी elss fund में जमा यूनिट्स को 3 साल से पहले नहीं बेचा जा सकता।
3-SIP से कमाएं ज्यादा रिटर्न
Tax saver elss fund में निवेश Systematic Investment Plan (SIP) के जरिए या एकमुश्त (Lumpsum) किया जा सकता है।
अगर कोई व्यक्ति टैक्स बचाने के लिए 1.5 लाख रुपये का निवेश करने का इच्छुक है तो उसे हर महीने 12,500 रुपये elss fund में जमा करने होंगे। बता दें कि हर एसआईपी के लिए लॉक इन अवधि 3 साल की होगी।
इसका मतलब ये हैं कि हर एसआईपी का रिडेम्पशन 3 साल बाद ही हो सकेगा। एसआईपी के गुणों के बारे में हम सभी अवगत हैं। elss fund में किए गए निवेश में एवरेजिंग और कम्पाउंडिंग का लाभ मिलता ही है।
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4-टैक्स सेविंग फंड देते हैं हाई रिटर्न
टैक्स सेविंग फंड हाई रिटर्न देने के मामले में आगे होते हैं। इनसे मिलने वाले रिटर्न से महंगाई यानी इन्फेलेशन को आसानी से मात दिया जा सकता है। रिटर्न की ये खूबी निवेश के अन्य विकल्पों जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी), पब्लिक प्रॉविडेंड फंड (पीपीएफ), नेशनल सेविंग स्कीम (NSC) में नहीं हैं।
बता दें कि पिछले 5 सालों में सुरक्षित समझे जाने वाले निवेश के इन साधनों में रिटर्न लगातार घटता रहा है। इससे ये उत्पाद न तो महंगाई से लड़ने में सक्षम है। ना ही टैक्स बचाने के मामले में पसंदीदा हैं।
5-टैक्स सेविंग फंड का रिटर्न होता है टैक्स फ्री
टैक्स सेविंग फंड पर मिलने वाला रिटर्न टैक्स फ्री होता है। किसी एक फाइनेंशियल ईयर में elss fund की यूनिटों को बेचने पर एक लाख रुपये तक का लाभ टैक्स फ्री होता है।
ये छूट लॉन्ग टर्म कैपिटेल गेन टैक्स के अधीन मिलता है। हालांकि एक लाख रुपये से ज्यादा के रिटर्न लाभ पर 10 प्रतिशत का टैक्स देना होता है। हालांकि यह टैक्स पीपीएफ, एफडी पर कटने वाले टैक्स से कम ही होता है। क्योंकि इन विकल्पों से मिलने वाली आय पर थोड़ा या पूरा टैक्स देना होता है।
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6-रिटायरमेंट प्लानिंग में ईएलएसएस स्कीम बेहतर
आजकल ज्यादातर कर्मचारी प्राइवेट या कार्पोरेट कंपनियों में कार्य करते हैं। जहां बहुत से कंपनियों में पेंशन जैसी कोई सुविधा नहीं दी जाती। ऐस कर्मचारियों के ईएलएसएस स्कीम किसी वरदान से कम नहीं है।
वे लोग भविष्य निधि के तौर पर ईएलएसएस स्कीम में सालाना एकमुश्त या एसआईपी के जरिए निवेश कर सकते हैं। युवावस्था में टैक्स सेविंग फंड में किए गए सुनियोजित निवेश से रिटायरमेंट प्लानिंग कर चैन की बंसी बजाई जा सकती है।
इसलिए हर निवेशक को अपने इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो में ईएलएसएस को जरूर शामिल करना चाहिए।
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ELSS fund के बारे में अधिक जानकारी के लिए Email-ashishbindalkar77@gmail.com और Whatsapp chat पर संपर्क करें।
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