Retirement Planning वह प्रोसेस है, जहां हम अपने भविष्य की आर्थिक आवश्यकताओं के लिए पहले से ही तैयारी करते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में हम रिटायरमेंट प्लानिंग की जरूरत, इसके लाभ और आपकी मदद के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझावों पर चर्चा करेंगे।
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रिटायरमेंट प्लानिंग क्यों जरूरी है?
रिटायरमेंट प्लानिंग आपके भविष्य की आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। 60 की उम्र में जब आप रिटायर होंगे, तो आपको अपनी सैलरीड जॉब से मिलने वाली इनकम बंद हो जाएगी, लेकिन आपके रोजमर्रा के खर्च जस के तस बने रहेंगे। अगर आप सरकारी नौकरी से रिटायर हुए हैं तो कुछ मामलों में आपको नियमित पेंशन मिल सकती है। लेकिन प्राइवेट नौकरी से रिटायर हुए हैं तो जाहिर है कि आपको अपने संस्थान से पेंशन नहीं मिलने वाली।
अच्छी रिटायरमेंट प्लानिंग आपको आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करती है। साथ ही भविष्य के खर्चों को पूरा करने में एकमुश्त मोटे धन को जुटाने का प्रबंध करती है। ताकि रिटायरमेंट के नाजुक पड़ाव पर आपको न अपनी संतान से और न किसी सगे-संबंधी से पैसों की मदद लेनी पड़े। इसके लिए नौकरी लगने के एक-दो साल के भीतर ही अपने फाइनेंशियल पोर्टफोलियो एक्सपर्ट से मिलकर विधिवत प्लानिंग कर निवेश करें।
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रिटायरमेंट प्लानिंग के लाभ
1-आर्थिक स्वतंत्रता : रिटायरमेंट प्लानिंग आपको आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाने का अवसर देती है। इसकी मदद से आप बड़ी पूंजी जमा कर अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता प्राप्त करते हैं।
2-आर्थिक सुरक्षा : अच्छी रिटायरमेंट प्लानिंग आपकी आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित करती है। यह आपको संतुलित बजट बनाने, आवश्यक खर्चों को पूरा करने और आपकी सभी आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करती है।
निवेशों के माध्यम से आय बढ़ोतरी : रिटायरमेंट प्लानिंग आपको धन का निवेश करने का मौका देती है इससे आप अपनी आय बढ़ा सकते हैं। निवेश से आप अपने पैसों को काम करने का मौका देते हैं। और धन वृद्धि करने की क्षमता प्राप्त करते हैं।
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रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव
आर्थिक लक्ष्यों का निर्धारण : अपने रिटायरमेंट के लिए आर्थिक लक्ष्यों का निर्धारण करें। इसमें आपकी जीवनशैली, स्वास्थ्य खर्च, यात्रा की योजना और किसी भी और लक्ष्य को पूरा करने की आवश्यकताएं शामिल होंगी। जैसे- घरेलू खर्च के लिए आपको प्रतिमाह कितने धन की आवश्यकता है, इसका कैलकुलेशन करें। रिटायरमेंट के बाद अपने जीवनसाथी के साथ बाहर घूमने जाने के खर्च का अनुमान लगाएं। अगर आपके बेटे-बेटी के कॅरियर संबंधी एजूकेशन और शादी के खर्च उठाने का जिम्मा आप पर ही है तो इसके लिए कितनी धनराशि लगेगी, इसका आकलन करें।
चिंता मुक्ति के लिए निवेश करें : धन इकट्ठा करने के लिए रिटायरमेंट के लिए निवेश एक महत्वपूर्ण तरीका है। अपनी आय का 40 से 50 प्रतिशत हिस्सा निवेश में लगाकर आप अपने भविष्य के लिए अधिक धन इकट्ठा कर सकते हैं।
स्वास्थ्य बीमा: रिटायरमेंट के समय सेहत पर बीमारियों का खतरा मंडराने लगता है। इसलिए स्वास्थ्य बीमा लेना आपके लिए बेहद जरूरी है। इससे आप इलाज में अचानक होने वाले अस्पताल के लंबे चौड़े खर्चों से बच सकते हैं।
आवश्यकताओं का खर्च : रिटायरमेंट के बाद अपनी आवश्यकताओं के खर्च को ध्यान में रखना चाहिए। इसमें आपके रहने का स्थान, खान-पान, यात्रा और अन्य खर्चे शामिल होते हैं। एक ठीक से प्लान की गई रिटायरमेंट योजना आपको इन खर्चों के लिए धन की पूर्व व्यवस्था करने में मदद करेगी।
निष्कर्ष –
रिटायरमेंट प्लानिंग आपके भविष्य की सुरक्षा के लिए जरूरी है। इसके माध्यम से आप अपने आर्थिक लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं। आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त कर सकते हैं और रिटायरमेंट बाद आर्थिक रूप से सुरक्षित भविष्य का आनंद उठा सकते हैं। रिटायरमेंट प्लानिंग कैसे करें, इसकी संपूर्ण जानकारी के लिए लखनऊ और इसके पास रहने वाले लोग अभी इस व्हाट्सएप नंबर 7860678995 पर मैसेज भेजकर संपर्क करें।