Sukanya Samriddhi Yojana vs Mutual Fund : अक्सर लोग ये सवाल पूछते हैं कि बेटी के भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना और म्युचुअल फंड में से कौन सा निवेश बेहतर है। कौन से निवेश से अधिक रिटर्न मिलता है।
वे पूछते है कि सुकन्या धन समृद्धि योजना में निवेश करने के अलावा क्या उन्हें म्युचुअल फंड में भी निवेश करना चाहिए। या बेटी के सुनहरे भविष्य के लिए वे सिर्फ म्युचुअल फंड में ही निवेश करें।
अगर आपके भी ऐसे ही ढेरों सवाल हैं तो ये लेख आपके लिए हैं। यहां हम आपको दोनों विकल्पों के बारे में बताएंगे, जिससे आपका संशय दूर हों।
पहले हम सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में संक्षेप में जान लेते हैं।
Table of Contents
सुकन्या समृद्धि योजना क्या है और कितना है रिटर्न
केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना के तहत मैच्योरिटी पर निवेश की तीन गुना रकम मिलती है। बेटी के नाम पर पैरेंट्स बैंक या डाकघर में खाता खोल सकते हैं।
खाते में पैरेंट्स को बेटी की उम्र 14 साल होने तक ही निवेश करना होता है। एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 250 रुपये और अधिकतम 1.50 लाख रुपये का ही निवेश किया जा सकता है।
यह भी पढ़ें- Sukanya Samriddhi Yojana : 3 गुना रिटर्न के साथ बेटी को बनाएं अमीर
Sukanya Samriddhi Scheme में वर्तमान ब्याज दर 7.6 प्रतिशत तय की गई है।
उदाहरण के लिए यह ब्याज दर पूरे 14 साल तक यही रहती है। 14 साल तक आप हर साल 1.50 लाख रुपये निवेश करते हैं। तब आप इस तरह से कुल 21 लाख रुपये निवेश करते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना में 14 साल में 7.6 फीसदी सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से लगभग 36,73,639 रुपये हो जाते हैं। फिर अगले 7 साल तक इस जमा पर 7.6 प्रतिशत सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से रिटर्न मिलेगा।
21 साल यानी मैच्योरिटी पर यह धनराशि करीब 63,42,589 रुपये हो जाएगी। इस तरह सुकन्या योजना में 21 लाख रुपये का निवेश maturity पर 63.5 लाख रुपये हो जाएंगे। यानी 42.5 लाख रुपये ब्याज का फायदा मिलेगा।
यह भी पढ़ें : PPF account में 500 रुपये के निवेश से तैयार करें लाखों का फंड
महज 250 रुपए से खुलवा सकते हैं अकाउंट
सुकन्या समृद्धि योजना का खाता महज 250 रुपए डालकर खोला जा सकता है। खाते में एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपए ही जमा किए जा सकते हैं। यह एकाउंट बच्ची के जन्म लेने के बाद और 10 साल की उम्र होने से पहले ही खोला जाना संभव है।
लड़की की आयु 21 साल होने या लड़की की शादी होने के बाद एकाउंट मैच्योर हो जाता है। उस वक्त आपको पूरा पैसा कंपाउंड इंटरेस्ट के साथ मिल जाता है।
कब बंद कर सकते हैं अकाउंट
खाता खोलने की तारीख से 5 साल के बाद अकाउंट कभी भी बंद किया जा सकता है। ये किन्हीं परिस्थितियों में भी किया जा सकता है। जैसे कोई खतरनाक बीमारी होने या किसी अन्य कारण से खाता बंद किया जा रहा है तो इसकी अनुमति ली जा सकती है।
लेकिन, इस हालत में खाते पर ब्याज सेविंग अकाउंट के हिसाब से मिलेगा। ऐसे में आपको सुकन्या योजना का ब्याज नहीं मिलेगा। जिसे नुकसान ही कहा जाएगा।
बेटी 18 की हो जाए तो निकाल सकते हैं आधा पैसा
बेटी के 18 साल के हो जाने पर सुकन्या समृद्धि योजना के अकाउंट से हायर एजुकेशन के लिए 50 प्रतिशत तक जमा धनराशि निकाली जा सकती है।
अगर अकाउंट बेटी के 21 साल पूरा होने से पहले बंद कराया जा रहा है तो खाताधारक को यह शपथपत्र देना पड़ेगा। इसमें घोषणा करना जरूरी होगा कि अकाउंट बंद करने के समय बेटी की उम्र 18 साल से कम नहीं है।
यह भी पढ़ें : SIP kya hai : म्युचुअल फंड की SIP के क्या हैं शानदार फायदे, जानें यहां
अन्य जरूरी बातें
सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट के लिए बच्ची का जन्म प्रमाणपत्र (Birth Certificate) देना जरूरी है। साथ ही बेटी और पैरेंट्स के पहचान और एड्रेस का प्रमाणपत्र भी प्रस्तुत करना होता है। सबसे अच्छी बात यह है कि अकाउंट को देश में कहीं भी ट्रांसफर कराया जा सकता है।
अगर खाताधारक अकाउंट खोलने की मूल जगह से कहीं और शिफ्ट हो गया हो। इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना होता।
टैक्स छूट का फायदा भी
एक फाइनेंशियल इयर में सुकन्या समृद्धि योजना खाते में अधिकतम 1.5 लाख रुपए जमा कराए जा सकते हैं। इस जमा पैसे पर इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत टैक्स छूट का फायदा मिलता है।
सुकन्या समृद्धि योजना के फायदों के बारे में जानकारी के बाद आइए अब म्युचुअल फंड्स स्कीम्स में निवेश के बारे में जानते हैं।
भारत में म्युचुअल फंड निवेश के लिए एक बेस्ट ऑप्शन बनकर उभर रहा है। लार्ज कैप कैटेगरी के कई फंड्स ने पिछले कुछ सालों में बेहतर रिटर्न दिया है।
Sukanya Samriddhi Yojana vs Mutual Fund : म्युचुअल फंड में ज्यादा रिटर्न देने की है काबिलियत
परंपरागत निवेशकों के लिए सुकन्या समृद्धि योजना जोखिम रहित होने के कारण फायदेमंद मानी जाती है। साथ ही इसमें 80 सी के तहत मिलने वाली टैक्स छूट लोगों को लुभाती है।
लेकिन, सुकन्या समृद्धि योजना में मैच्योरिटी के बाद मिलने वाला अमाउंट महंगाई की तुलना में कोई खास नहीं होता क्योंकि इसमें तय ब्याज के हिसाब से रिटर्न मिलता है। वहीं, इक्विटी म्युचुअल फंड के जरिए मिलने वाला रिटर्न महंगाई के मुकाबले काफी ज्यादा होता है।
यह भी पढ़ें : लार्ज कैप म्युच्युअल फंड्स क्या हैं, इनमें निवेश क्यों सुरक्षित है?
इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेशकों के जोखिम के हिसाब से लार्ज कैप फंड, मिड कैप और स्माल कैप फंड के विकल्प उपलब्ध हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक 10 साल या इससे ज्यादा अवधि के निवेश के लिए इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश बेहतरीन कारगर विकल्प है।
बच्चों के नाम म्यूचुअल फंड में कर सकते हैं निवेश
पैरेंट्स बच्चों के नाम से भी म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। लॉन्ग टर्म अवधि और बच्चों की भावी जरूरतों को पूरा करने में इक्विटी म्युचुअल फंड्स बेहतरीन ऑप्शन है। इसके अलावा चाइल्ड म्युचुअल फंड बेहतर माने जाते है।
लार्ज कैप इक्विटी म्युचुअल फंड कम रिस्क के साथ बेहतरीन रिटर्न देने में अव्व्ल माने जाते हैं। अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं तो लार्ज कैप फंड में पैसा लगाना उचित रहेगा।
यह भी पढ़ें : Best Large Cap Funds कैसे चुनें, इनमें कैसे करें निवेश ?
ये हैं 2020 के टॉप फंड्स
1-Mirae Asset Large Cap Fund – Regular Plan
- 10 हजार मासिक SIP की 10 साल में निवेशित राशि 12 लाख की वैल्यू 70 लाख रुपये
(10 नवबंर 2010 से 10 नवंबर 2020) - 10 साल में फंड ने 12.09% का रिटर्न दिया, जो बेंचमार्क S&P BSE 100 TRI के 52% रिटर्न की तुलना में लगभग
3.5 % अधिक है। - एकमुश्त निवेश न्यूनतम 5000 रुपये
- SIP में न्यूनतम निवेश 1000 रुपये
Fund Performance
[wptb id=1876]
कितना रिटर्न मिला
अवधि रिटर्न (%)
पिछले 1 साल 6.19
पिछले 3 साल 6.39
पिछले 5 साल 12.59
पिछले 7 साल 16.50
पिछले 10 साल 12.09
अगर कंपाउंड रिटर्न की यह दर 12.09% पूरे 14 साल के लिए रखी जाए तो निवेशित 21 लाख रुपये की कुल फंड वैल्यू 52 लाख 06 हजार रुपये हो जाएगी।
2-Axis Bluechip Fund
- 10 हजार मासिक SIP की 10 साल में निवेशित राशि 12 लाख की वैल्यू 21.15 लाख रुपये
(10 नवबंर 2010 से 10 नवंबर 2020) - 10 साल में फंड ने 10.76% का रिटर्न दिया, जो बेंचमार्क S&P BSE 100 TRI के 8.52% रिटर्न की तुलना में 2 % से अधिक है।
- एकमुश्त निवेश न्यूनतम 5000 रुपये
- SIP में न्यूनतम निवेश 1000 रुपये
Fund Performance
[wptb id=1878]
कितना रिटर्न मिला
अवधि रिटर्न (%)
पिछले 1 साल 8.76
पिछले 3 साल 11.95
पिछले 5 साल 13.12
पिछले 7 साल 14.56
पिछले 10 साल 10.76
अगर कंपाउंड रिटर्न की यह दर 10.76 % पूरे 14 साल के लिए रखी जाए तो निवेशित 21 लाख रुपये की कुल फंड वैल्यू 46 लाख 90 हजार रुपये हो जाएगी।
Sukanya Samriddhi Yojana vs Mutual Fund : साफ है इक्विटी म्युचुअल फंड की दोनों स्कीम्स (14 साल में 52 लाख 06 हजार और 46 लाख 90 हजार रुपये) ने सुकन्या समृद्धि योजना (14 साल में 7.6% सालाना कंपाउंडिंग के हिसाब से लगभग 36,73,639 रुपये) के मुकाबले बहुत ज्यादा रिटर्न
दिया है।
यह भी पढ़ें : SIP vs Lump sum:म्युचुअल फंड में किस तरह का निवेश रहेगा फायदेमंद?
म्युचुअल फंड में निवेश को यहां खोले अकाउंट
बता दें कि अगर आप अगर म्युचुअल फंड में निवेश के इच्छुक हैं तो ऑनलाइन निवेश के लिए आपको डीमैट अकाउंट खोलना होगा। इसके लिए NJ India Invest Ltd में E Wealth Account पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें। यहां पैन कार्ड, आधार अपलोड कर अपना केवाईसी प्रोसेस पूरा करें।
आपके ईमेल पर अकाउंट का कन्फर्मेशन आते ही आप निवेश के लिए तैयार हो जाएंगे। किसी तरह की असुविधा होने पर आप 7860678995 पर WHATSAPP संपर्क कर सकते हैं। इस पर आपको आजीवन फ्री सलाह दी जाएगी।
उम्मीद करता हूं कि आपको ” Sukanya Samriddhi Yojana vs Mutual Fund : कौन सा निवेश देगा शानदार रिटर्न ‘ लेख जरूर पसंद आया होगा। लेख पढ़कर आपके लिए फैसला लेना ज्यादा आसान होगा कि बेटी के भविष्य के लिए निवेश का कौन सा विकल्प बेहतर है।