PPF Loan : पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) स्कीम में इस वक्त 7.1% प्रतिशत का सालाना ब्याज दिया जा रहा है। ये ब्याज दर बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट से काफी अधिक है।
कम सैलरी वाले नौकरीपेशा लोगों के लिए छोटी बचत के मामले में पीपीएफ स्कीम बेहद कारगर है। पीपीएफ अकाउंट में हर माह महज 500 रुपये डालकर भी 15 सालों में ठीक–ठाक कारपस बनाया जा सकता है, वो भी बिना जोखिम लिये।
पीपीएफ अकाउंट में निवेश करने वालों को जरूरत पड़ने पर सस्ती ब्याज दरों पर PPF Loan आसानी से मिल जाता है। कैसे ? आइए, इस बारे में डिटेल में जानते हैं।
कैसे ले सकते हैं सस्ता PPF Loan
पीपीएफ अकाउंट में जमा धनराशि पर आप लोन लिया जा सकता है। आपने जिस फाइनेंशियल ईयर में पीपीएफ खाता खुलवाया है, उस साल की समाप्ति के एक वित्त वर्ष बाद से लेकर पांचवें वित्त वर्ष की समाप्ति तक आप PPF से loan लेने के अधिकारी बन जाते हैं।
उदाहरण के तौर पर, अगर आपने 1 नवंबर 2020 में पीपीएफ खाता खुलवाया है तो आप 1 अप्रैल 2022 से 31 मार्च 2027 तक कर्ज ले सकते हैं। पीपीएफ खाते में जमा पैसों का अधिकतम 25% का ही PPF loan लिया जा सकता है।
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PPF के loan पर interest rate कितना है?
पीपीएफ खाताधारक को PPF पर loan लेने के बाद पहले कर्ज का मूलधन अदा करना होता है। उसके बाद इंटरेस्ट चुकता होता है।
बता दें कि मूलधन को दो या उससे ज्यादा किस्तों में अदा किया जा सकता है। जिसे हम मंथली इंस्टॉलमेंट कहते हैं। नियम ये है कि लोन की मूलधन राशि का भुगतान जिस महीने में लोन लिया गया है, उससे 36 माह के अंदर करना होता है।
PPF loan interest rate पीपीएफ पर मिल रहे ब्याज से महज 1 प्रतिशत ज्यादा रहता है। ब्याज के मामले में भी इसे दो मासिक किस्तों में या एकमुश्त चुकाया जा सकता है।
अब अगर आपने तय समयसीमा के अंदर कर्ज का मूलधन अदा कर दिया है, लेकिन ब्याज का कुछ हिस्सा नहीं जमा कर सके हैं तो ये राशि आपके PPF अकाउंट से काट ली जाएगी।
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लोन पर समय न चुकाया तो क्या होगा ?
अगर किन्हीं कारणों से 3 साल यानी 36 महीने में लोन अदा नहीं हुआ या सिर्फ थोड़े से लोन का ही भुगतान हुआ है, तब ऐसे में बचे कर्ज की राशि पर सालाना 6 प्रतिशत की दर से ब्याज देना पड़ेगा।
अब यह 6% का इंटरेस्ट रेट जिस महीने में कर्ज लिया है, उसके अगले महीने के पहले दिन से लेकर जिस महीने आखिरी इंस्टालमेंट का भुगतान होगा, उसके आखिरी दिन तक रहेगा।
लोन ना चुका पाने की सूरत में पहले जो ब्याज दर 1% की चुकानी पड़ रही थी, वह लोन 36 माह के अंदर चुकता नहीं हो पाने पर लोन की शुरुआत से 6 प्रतिशत ब्याज देना होगा।
अगर लोन लेने वाले पीपीएफ खाताधारक की मौत हो जाती है तो उसके नॉमिनी को लोन के ब्याज का भुगतान करना होगा। PPF पर ब्याज की दरें तिमाही आधार पर बदलती हैं, लेकिन PPF loan पर इंटरेस्ट रेट लोन चुकता होने तक वही रहती है, जो कर्ज लेते वक्त तय हुई।
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आशा है कि आपको “PPF loan : कम ब्याज पर आसानी से मिलता है पीपीएफ खाते पर लोन” में दी गई जानकारी जरूर पसंद आई होगी।
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