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Saturday, December 14, 2024

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Guaranteed Income Plans को इन 5 वजहों से पोर्टफोलियो में करें शामिल

Guaranteed Income Plans :  पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट्स कहते हैं कि इंश्‍योरेंस प्रॉडक्‍ट को प्रोटेक्शन टूल यानी वित्‍तीय सुरक्षा के नजरिए से देखा जाना चाहिए न कि इन्वेस्टमेंट ऑप्‍शन के रूप में। बाजार में कई ऐसे लुभावनी इंश्‍योरेंस पॉलिसीज हैं जिनमें गारंटीड इनकम देने का वादा किया जाता है। यदि निवेशक लम्‍बे समय के इन्‍वेस्‍टमेंट ऑप्‍शन चुन लें तो उसे एकमुश्‍त मोटी रकम अथवा हर साल रेगुलर इनकम की आय मिलती है।

आमतौर पर लोगों में कन्फ्यूजन है और वे नहीं समझ पाते कि लाइफ इंश्योरेंस को बीमा के तौर पर लें कि बतौर इन्वेस्टमेंट।

एक्‍सपट्र्स के अनुसार, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी इसलिए खरीदी जाती  है ताकि जीवन में होने वाले उतार-चढ़ाव का सामना आसानी से किया जा सके। लोगों को आर्थिक परेशानी और मुसीबत की घड़ी में पॉलिसी सहारा दे सके।

हालांकि लोग ये भी चाहते हैं कि इसके ज़रिए भविष्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सेविंग के साथ गारंटीड इनकम का विकल्‍प भी चाहते हैं। तब ऐसे लोगों की पसंद लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के गारंटीड इनकम प्लान्स होते हैं।

Guaranteed Income Plans में निवेशकों को पॉलिसी मैच्योर होने के बाद एकमुश्त या एक निश्चित समय अवधि में रेगुलर इनकम के रूप में धनराशि दी जाती है। प्‍लान में पॉलिसी प्रीमियम टर्म पूरा होने के बाद रेगुलर इनकम यानी नियमित सालाना आय के रूप में सालाना पेआउट का विकल्‍प भी होता है।

इनमें पहले से शेड्यूल तय रहता है। पॉलिसीहोल्डर की अवधि पूरा करते ही उसे प्लान के अनुसार एक निश्चित रकम दी जाती है। इस इनकम का भुगतान वार्षिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या मासिक तौर पर किया जा सकता है। ऐसे प्लान्स में इनकम की रकम निश्चित यानी गारंटीड होती है, क्‍योंकि ऐसे प्‍लान्‍स में नॉन पार्टिसिपेटरी होते हैं। नान पार्टिसिपेटरी का मतलब होता है कि प्‍लान के तहत जमा धनराशि का निवेश जोखिम भरे शेयर बाजार में नहीं होता।

अगर किसी को नियमित तौर पर गारंटीड इनकम की जरूरत है तो उनके लिए गारंटीड इनकम प्लान  बेहतर विकल्प है। अगर फाइनेंशियल प्लानिंग की बात करें तो गारंटीड इनकम प्लान रिटायरमेंट के करीब पहुंच चुके लोगों के लिए बेहतरीन विकल्‍प है। इसके अलावा  अगर निवेशक अतिरिक्त आय चाहता है तो उसके लिए भी गारंटीड इनकम प्लान बेहद मददगार साबित होंगे।

माना जाता है कि इंश्‍योरेंस की रकम को इनकम के साधन के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए। बल्कि इंश्‍योरेंस को सिर्फ बीमा के रूप में देखा जाना चाहिए।

अब सवाल उठता है कि क्‍या गारंटीड इनकम प्‍लान को इंश्‍योरेंस और इनकम के कंबीनेशन के साथ उतारना सही है ? जानकारों की राय में गांरटीड प्‍लान खरीदने से पहले उनके सभी बिंदुओं को भली-भांति जान लेना चाहिए।

Guaranteed Income Plans किसे खरीदना चाहिए ?

किसी शख्‍स की फाइनेंशियल प्‍लानिंग उसकी जरूरतों और फाइनेंशियल गोल्‍स पर निर्भर करती है। जरूरत और लक्ष्‍य के मुताबिक गारंटीड इनकम प्‍लान्‍स लिया जाना चाहिए। गारंटीड इनकम प्‍लान उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी हो सकता है-

  • वे लोग मध्यम या लंबी अवधि तक निवेश करने के इच्‍छुक हों।
  • अपने निवेश पर कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हों।
  • भविष्य की सुरक्षा और खर्चों के लिए नियमित या गारंटीड फंड रखना चाहते हों।
  • अपने निवेश पर बीमा कवरेज का प्रोटेक्‍शन भी चाहते हों।
  • अपनी जरूरतों के लिए गारंटीड आय चाहते हों।

Guaranteed Income Plans के लाभ

  1. गारंटीड इनकम प्लान्स इनकम की गारंटी देते हैं। नॉन पार्टिसिपेटरी होने के कारण इनमें बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का कोई जोखिम नहीं रहता। चाहे बाजार की मंदी हो या बैंक एफडी के इंटरेस्‍ट में कटौती हो। निवेशक को तय समय पर बॉन्‍ड पर लिखी गई एक निश्चित धनराशि मिल जाती है। ऐसे निवेशक जो बाजार का जोखिम नहीं लेना चाहते उनके लिए ये प्‍लान खासे मददगार हैं।
  2. गारंटीड इनकम प्लान्स अतिरिक्त आय का एक जरिया है। अपने खर्चों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त आय की इच्‍छा रखने वाले और रिटायमेंट के करीब पहुंच चुके लोगों के लिए ये नियमित आय का जरिया साबित होते हैं।
  3. टर्म इंश्‍योरेंस की पात्रता न रखने वाले लोगों के लिए गारंटीड इनकम प्‍लान कुछ हद तक इंश्‍यारेंस कवरेज भी प्रदान करते हैं। यदि प्रीमियम की रकम बड़ी हो तो टर्म इंश्‍यारेंस जितना कवर भी लिया जा सकता है। उदाहरण के लिए, 5 लाख सालाना के प्रीमियम वाले गांरटीड इनकम प्‍लान पर 50 लाख का इंश्‍योरेंस कवर पॉलिसी होल्‍डर को मिल जाता है। ये कवरेज पॉलिसी प्रीमियम भुगतान की अवधि की समाप्ति तक दिया जाता है। प्‍लान के तहत प्रीमियम पेईंग टर्म के अंदर पॉलिसीधारक की मौत होने पर नॉमिनी को प्रीमियम का 10 गुना कवर का लाभ दिया जाता है।
  4. प्रीमियम पेइंग टर्म (पीपीटी) यानी प्रीमियम भुगतान अवधि गुजरने के बाद पॉलिसीधारक की मौत होने पर नियमित आय (पेआउट) का भुगतान नॉमिनी को किया जाता है। मतलब पॉलिसी धारक की गैर मौजूदगी में परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षा मिल जाती है।
  5. भुगतान किए गए प्रीमियम और प्राप्त होने वाली आय टैक्स-फ्री है।

Guaranteed Income Plans के नुकसान

गारंटीड इनकम प्लान में एक नुकसान यह है कि प्रोडक्ट का रिटर्न अन्य पॉलिसियों की तुलना में कम होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस पॉलिसी में इनकम के साथ ही बीमा का पार्ट भी जुड़ा होता है। इसलिए इस प्लान को इनकम के अलावा इंश्‍योरेंस कवरेज के दृष्टिकोण से भी देखा जाना चाहिए।

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