Guaranteed Return Plans में निवेश पर टैक्स में 100 प्रतिशत टैक्स छूट का लाभ मिलता है। साथ ही मैच्यारिटी पर मिलने वाली धनराशि भी टैक्स फ्री होती है।
आसमान छूती महंगाई और income tax की दरों के आगे बैंक एफडी पर मिलने वाले रिटर्न ने घुटने टेक दिए हैं। महंगाई दर और इनकम टैक्स
ऐसे में वक्त आ गया है, ऐसे साधनों की ओर रुख करने का जिनमें गारंटीड रिटर्न का वादा किया गया हो।
बेस्ट सेविंग प्लान इन हिंदी : परंपरागत निवेशकों के लिए बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) निवेश के आसान और सबसे सुरक्षित विकल्प के तौर पर बेहद पसंदीदा हुआ करता था। अब गिरती ब्याज दरों (Low Interest Rates) के कारण बैंक एफडी का रिटर्न आकर्षक नहीं रह गया है।
महंगाई दर (Inflation) के हिसाब से बैंक एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरों से होने वाला असली मुनाफा गायब हो चुका है। अब लोग निवेश के ऐसे साधनों में स्विच कर रहे हैं, जो बैंक एफडी से अधिक गारंटीड रिटर्न (Guaranteed Return) का प्रॉमिस करते हो।
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund), पीपीएफ (Public Provident Fund) समेत निवेश के कई विकल्प मौजूद हैं। बावजूद इसके निवेशक ऐसी एसेट क्लास की खोज में हैं, जो लॉन्ग टर्म (20-25 साल तक) में बेहतर रिटर्न दे सकें। निवेश सलाहकारों के मुताबिक बेहतर रिटर्न देने में गारंटीड रिटर्न प्लान निवेश का बेहतर ऑप्शन बनकर उभरे हैं।
Guaranteed Return Plans में रिटर्न बैंक एफडी से बेहतर तो मिलता ही है। मैच्योरिटी की पूरी रकम टैक्स फ्री होती है। साथ में अच्छा खासा रिस्क कवर यानी जीवन बीमा भी मिलता है। आइए हम जानते हैं Guaranteed Return Plans के फायदों के बारे में..
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कुल प्रीमियम का 10 गुना तक रिस्क कवर
गारंटीड रिटर्न प्लान्स में निवेशक को वार्षिक प्रीमियम का 10 गुना रिस्क कवर मिल जाता है। जैसे कि यदि कोई व्यक्ति सालाना 2.5 लाख रुपए निवेश करता है और यदि किसी कारण से उसकी मौत होने पर आश्रितों को 25 लाख रुपए मिल जाएंगे।
गारंटीड प्लान : न निवेश पर टैक्स, न मैच्योरिटी अमाउंट पर
गारंटीड रिटर्न प्लान्स में 100 प्रतिशत टैक्स छूट का लाभ समाहित रहता है। मतलब इन्वेस्टेड अमाउंट और मैच्योरिटी राशि पर कोई टैक्स नहीं देना होता। यही वजह है कि ये इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट बैंक एफडी के Post Tax Return के मुकाबले बेहतर साबित होते हैं।
इनकम टैक्स बचाने के हिसाब से लें निवेश प्लान
अधिकतर सरकारी और प्राइवेट बैंक इस वक्त लंबी अवधि के एफडी पर 5.4 प्रतिशत का ब्याज दे रहे हैं। ऐसे में अगर 30 प्रतिशत टैक्स ब्रैकेट में आने वाले निवेशकों को अर्जित रिटर्न पर इनकम टैक्स चुकाना पड़ जाए तो निवेशित धन पर टैक्स रिटर्न 4 प्रतिशत से भी कम बैठेगा।
वहीं, लम्बी अवधि के टैक्स फ्री गारंटीड रिटर्न प्लान पर मिलने वाले करीब 6 प्रतिशत आईआरआर खासा लुभावना हो जाता है।
इस comparison को देखते हुए गारंटीड रिटर्न पर मिलने वाला रिटर्न बैंक एफडी के रिटर्न पर भारी पड़ता है।
बता दें कि गारंटीड प्लान की रकम का निवेश शेयर बाजार जैसे जोखिमपूर्ण साधनों में न करके सुरक्षित साधनों में किया जाता है।
रिटायरमेंट फंड और बच्चों के हायर एजुकेशन के लिए कारॅपस
बाजार में कुछ गारंटीड रिटर्न प्लान्स ऐसे हैं, जिनमें से कोई 30 वर्षीय व्यक्ति रिटायरमेंट फंड के लिए 30 साल की पॉलिसी अवधि के साथ हर महीने 5,000 रुपए का निवेश कर सकता है। जो मैच्योरिटी पर करीब 50 लाख रुपए हो जाते हैं।
वहीं, गारंटीड प्लान से बच्चों की उच्च और प्रोफेशनल शिक्षा के खर्चों को पूरा करने की योजना बनाई जा सकती है।
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पीपीएफ और एफडी में कम होती ब्याज दरें
पीपीएफ में 20 साल पहले 11-12 प्रतिशत सालाना ब्याज मिलता था। अब इस पर मात्र 7.1 प्रतिशत ब्याज दिया जा रहा है। वहीं, साल 2014 में बैंक एफडी पर ब्याज दर 8.5 प्रतिशत थी। यह 2020 तक घटकर 5.4 प्रतिशत रह गई। बैंक एफडी की ब्याज दरों में गिरावट का दौर यही नहीं रुकेगा।
आकंड़े बताते है कि हर 10 साल में बैंक एफडी की ब्याज दरों में 3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की जा रही है। इसका असर पीपीएफ की ब्याज दरों में कमी के रूप में भी देखा जा सकता है।
अगले कुछ सालों में एफडी की ब्याज दरों में 3 से 5 प्रतिशत तक गिरावट आने का अंदेशा है। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारा देश विकसित अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है।
अमेरिका जैसी विकसित अर्थव्यवस्था में बीते कई सालों से बैंक एफडी की ब्याज दरें 1 से 2 प्रतिशत के भीतर बनी हुई है।
Guaranteed Return Plan क्यों लेना चाहिए?
1-गारंटीड प्लान पर मिलने वाली मैच्योरिटी इनकम का बॉन्ड में लिखित वादा होता है। इसलिए बैंक एफडी की घटती ब्याज दरों का प्लान पर मिलने वाले इंटरेस्ट (आईआरआर) पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
2-पीपीएफ पर मौजूदा ब्याज दर 7.1 प्रतिशत का ब्याज दिया जा रहा है। पीपीएफ पर ब्याज दरों की हर साल समीक्षा की जाती है। कभी पीपीएफ पर 12 प्रतिशत ब्याज मिलता था। गारंटीड प्लान का करीब 6 प्रतिशत का रिटर्न वैसे तो कम दिखता है लेकिन इसमें सम एश्योर्ड पर मिलने वाले 10 गुना के रिस्क कवर का फीचर इसे यूनिक बना देता है।
पीपीएफ के जमाकर्ता की मौत होने की स्थिति में अकाउंट में जमा धनराशि ब्याज सहित नामिनी को दी जाती है। वहीं, गारंटीड प्लान लेने पर पहले दिन से जमा प्रीमियम का 10 गुना का सुरक्षा कवर निवेशक को मिल जाता है। जो एक एडिशनल लाभ है।
3- स्टॉक मार्केट से दूर रहने वाले निवेशकों के लिए गारंटीड रिटर्न प्लान बेहतरीन विकल्प है।
4- शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों को भी निवेश का एक हिस्सा ट्रेडिशनल गारंटीड प्लान में जरूर रखना चाहिए ताकि निवेश के कुछ हिस्से को बाजार के उतार-चढ़ाव से बचाया जा सके। साथ ही जरूरत के वक्त तयशुदा खर्चों की भरपाई तयुशदा मैच्योरिटी रकम से की जा सके। निवेश के मामले में कहा भी जाता है कि सभी अंडों को एक ही थैली में ही नहीं रखना चाहिए।
5-बच्चों और जीवनसाथी के नाम पर भी गारंटीड इनकम प्लान लिया जा सकता है। इससे प्रपोजर को टैक्स छूट का लाभ मिलेगा और इंश्योर्ड को बीमा कवरेज भी।
बाजार में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के Guaranteed Income for Tommorow (GIFT), ICICI Pru ASIP और HDFC Sanchay Plus Plan के तहत ढेरों ऑप्शन उपलब्ध है। आप Finanacial advisor से 7860678995 पर वाट्सएप चैट कर जानकारी ले सकते हैं।
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